आजकल बालों पर केमिकल ट्रीटमेंट्स (Chemical damage) का उपयोग एक सामान्य बात हो गई है, खासकर स्टाइलिंग और रंगाई के लिए। लेकिन इन केमिकल्स का अधिक उपयोग बालों को कमजोर और बेजान बना सकता है। केमिकल डैमेज बालों की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे बालों की प्राकृतिक चमक, मजबूती और सेहत प्रभावित होती है। इस लेख में हम केमिकल डैमेज के कारण, इसके लक्षण और बालों की देखभाल के उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
केमिकल डैमेज (Chemical damage) क्या है:-
केमिकल डैमेज तब होता है जब बालों पर अत्यधिक मात्रा में केमिकल्स का उपयोग किया जाता है। हेयर कलरिंग, पर्मिंग, स्ट्रेटनिंग, रिबॉन्डिंग और ब्लिचिंग जैसी प्रक्रियाओं में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स बालों की संरचना को नुकसान पहुंचाते हैं। ये केमिकल्स बालों की क्यूटिकल्स को कमजोर कर देते हैं, जिससे बाल सूखे, बेजान और टूटने वाले हो जाते हैं।
केमिकल डैमेज के कारण:-
1. हेयर कलरिंग: बालों को रंगने के लिए उपयोग किए जाने वाले हेयर डाई और ब्लिच में अमोनिया, पेरोक्साइड और अन्य हार्श केमिकल्स होते हैं, जो बालों की प्राकृतिक संरचना को बदल देते हैं। इससे बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं और बाल टूटने लगते हैं।
2. स्ट्रेटनिंग और पर्मिंग: बालों को स्ट्रेट या कर्ली बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स बालों के प्राकृतिक प्रोटीन को नुकसान पहुंचाते हैं। ये केमिकल्स बालों को स्थायी रूप से कमजोर कर देते हैं, जिससे बाल बेजान और रूखे हो जाते हैं।
3. रिबॉन्डिंग: रिबॉन्डिंग में बालों की प्राकृतिक संरचना को तोड़कर उन्हें नए रूप में सेट किया जाता है। इस प्रक्रिया में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल्स बालों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।
4. ब्लो ड्राई और हीट स्टाइलिंग: अत्यधिक ब्लो ड्राई और हीट स्टाइलिंग भी बालों को नुकसान पहुंचा सकता है। ये उपकरण बालों की नमी को छीन लेते हैं और उन्हें रूखा बना देते हैं, जिससे बालों की क्यूटिकल्स को नुकसान पहुंचता है।
5. अत्यधिक शैम्पू का उपयोग: कुछ शैम्पू और कंडीशनर में भी हार्श केमिकल्स होते हैं, जो बालों की नमी को खत्म कर देते हैं और उन्हें कमजोर बना देते हैं।
केमिकल डैमेज (Chemical damage) के लक्षण:-
1. बालों का सूखापन: केमिकल डैमेज से सबसे पहला प्रभाव बालों में सूखापन के रूप में दिखता है। बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं, और उन्हें मुलायम बनाने के लिए अधिक मॉइश्चराइजर की आवश्यकता होती है।
2. बालों का टूटना: जब बाल कमजोर हो जाते हैं, तो वे आसानी से टूटने लगते हैं। कंघी करने या बालों को स्टाइल करने पर बाल झड़ने और टूटने लगते हैं।
3. स्प्लिट एंड्स: बालों के सिरे दो हिस्सों में बंटने लगते हैं, जिसे स्प्लिट एंड्स कहा जाता है। यह बालों की संरचना को खराब कर देता है और बालों को कमजोर करता है।
4. बालों की चमक खोना: केमिकल्स का अत्यधिक उपयोग बालों की प्राकृतिक चमक को खत्म कर देता है। बाल बेजान और मुरझाए हुए दिखाई देते हैं।
5. बालों का पतला होना: केमिकल डैमेज बालों को पतला कर सकता है, जिससे बालों की घनी संख्या कम हो जाती है और स्कैल्प दिखाई देने लगता है।
केमिकल डैमेज (Chemical damage)से बचाव के उपाय:-
1. नेचुरल उत्पादों का उपयोग: बालों को केमिकल्स से बचाने के लिए हमेशा नेचुरल शैम्पू और कंडीशनर का उपयोग करें। सल्फेट और पैराबेन मुक्त उत्पाद बालों को नमी और पोषण प्रदान करते हैं, बिना उन्हें नुकसान पहुंचाए।
2. हीट स्टाइलिंग से बचें: हीट स्टाइलिंग उपकरणों जैसे स्ट्रेटनर, कर्लर, और ब्लो ड्रायर का उपयोग कम से कम करें। अगर इनका उपयोग करना जरूरी है, तो हमेशा हीट प्रोटेक्टेंट का इस्तेमाल करें।
3. रासायनिक ट्रीटमेंट से दूरी: अगर संभव हो, तो हेयर कलरिंग, स्ट्रेटनिंग, और अन्य केमिकल ट्रीटमेंट से बचें। अगर आपको बालों का रंग बदलना है, तो हर्बल डाई या मेंहदी का इस्तेमाल करें।
4. नियमित हेयर केयर रूटीन: बालों को नियमित रूप से साफ और पोषित करना आवश्यक है। बालों में नियमित रूप से नारियल तेल, जैतून का तेल, या बादाम तेल की मालिश करें। इससे बालों की नमी बनी रहती है और वे मजबूत होते हैं।
5. डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट: सप्ताह में एक बार डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट करें। यह बालों को गहराई से नमी और पोषण प्रदान करता है, जिससे केमिकल डैमेज को कम किया जा सकता है।
केमिकल डैमेज के लिए घरेलू उपचार:-
1. नारियल तेल और एलोवेरा: नारियल तेल और एलोवेरा जेल को मिलाकर बालों में लगाएं। इसे 30 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें। यह बालों को नमी प्रदान करता है और बालों की क्षतिग्रस्त संरचना को सुधारता है।
2. अंडे का मास्क: अंडे में प्रोटीन होता है जो बालों को मजबूती देता है। एक अंडे को फेंटकर उसमें जैतून का तेल मिलाएं और इसे बालों पर लगाएं। 20-30 मिनट बाद धो लें। यह मास्क बालों की गहराई से मरम्मत करता है।
3. मेथी और दही: मेथी के बीजों को रात भर भिगोकर पीस लें और उसमें दही मिलाएं। इसे बालों पर लगाएं और 30 मिनट बाद धो लें। यह बालों को पोषण और नमी प्रदान करता है।
4. शहद और दूध का मास्क: शहद और दूध का मिश्रण बालों को गहराई से नमी और पोषण प्रदान करता है। इसे बालों पर लगाकर 20 मिनट तक छोड़ दें और फिर धो लें।
5. आंवला और मेंहदी: आंवला पाउडर और मेंहदी को मिलाकर बालों पर लगाएं। यह बालों को प्राकृतिक रंग और मजबूती प्रदान करता है और उन्हें केमिकल्स से बचाता है।
केमिकल डैमेज (Chemical damage)से बचने के टिप्स:-
1. सही प्रोडक्ट्स का चयन करें: हमेशा ऐसे हेयर केयर प्रोडक्ट्स का चयन करें, जो नेचुरल और केमिकल्स से मुक्त हों। खासकर शैम्पू और कंडीशनर का चयन करते समय ध्यान दें कि उनमें सल्फेट, पैराबेन और अन्य हानिकारक केमिकल्स न हों।
2. बालों को सन डैमेज से बचाएं: धूप के संपर्क में आने से बाल और भी अधिक सूखे और क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। बाहर जाते समय बालों को टोपी या स्कार्फ से ढकें।
3. समय-समय पर ट्रिमिंग करें: बालों को नियमित रूप से ट्रिम करें, ताकि स्प्लिट एंड्स से बचा जा सके। इससे बालों की सेहत बेहतर रहती है और वे टूटने से बचते हैं।
4. प्रोटीन ट्रीटमेंट: बालों को समय-समय पर प्रोटीन ट्रीटमेंट देना भी जरूरी है। प्रोटीन ट्रीटमेंट से बालों की संरचना में सुधार होता है और वे मजबूत होते हैं।
यह भी पढ़ें –बालों की कंडिशनिंग
निष्कर्ष:-
केमिकल डैमेज बालों के लिए एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही देखभाल और उचित उपायों से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। बालों को नेचुरल तरीके से पोषण देना और केमिकल ट्रीटमेंट्स से बचना सबसे अच्छा उपाय है। अगर बाल पहले से ही केमिकल डैमेज से प्रभावित हैं, तो घरेलू उपचार और डीप कंडीशनिंग से बालों की मरम्मत की जा सकती है। नियमित हेयर केयर रूटीन अपनाकर आप अपने बालों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रख सकते हैं।