गले के छाले, जिन्हें वैज्ञानिक रूप से अल्सर कहा जाता है, गले के अंदर छोटे, दर्दनाक घाव होते हैं। ये घाव अक्सर गले की अंदरूनी सतह पर या टॉन्सिल के आस-पास विकसित होते हैं। छालों के कारण गले में जलन, दर्द और खाने-पीने में कठिनाई हो सकती है। ये छाले कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक बने रह सकते हैं और व्यक्ति के सामान्य जीवन को प्रभावित कर सकते हैं।
गले के छाले के कारण
गले के छाले कई कारणों से हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं:
1. संक्रमण (Infection): गले के छाले का सबसे सामान्य कारण बैक्टीरिया या वायरस संक्रमण होता है। टॉन्सिलाइटिस या स्ट्रेप थ्रोट जैसी स्थितियों में गले में छाले हो सकते हैं।
2. दांतो की समस्या: मुंह की साफ-सफाई न रखने, मसूड़ों में संक्रमण या दांतों में समस्या होने पर गले में छाले हो सकते हैं।
3. पोषक तत्वों की कमी: शरीर में विटामिन बी12, जिंक, आयरन, या फोलिक एसिड की कमी होने पर भी गले में छाले हो सकते हैं।
4. अलर्जी या जलन: कुछ खाद्य पदार्थों से एलर्जी, अत्यधिक मसालेदार या खट्टे खाद्य पदार्थों का सेवन, और धूम्रपान जैसी आदतों के कारण गले में जलन हो सकती है, जो आगे चलकर छालों का रूप ले सकती है।
5. अत्यधिक तनाव: मानसिक या शारीरिक तनाव का सीधा असर शरीर के इम्यून सिस्टम पर पड़ता है, जिससे गले में छाले हो सकते हैं।
6. गले का सूखापन: अत्यधिक सूखा वातावरण या कम पानी पीने के कारण गले का सूखापन हो सकता है, जो छालों का कारण बनता है।
गले के छाले के लक्षण
गले के छालों के प्रमुख लक्षण निम्नलिखित हैं:
1. दर्द और जलन: गले में तेज दर्द और जलन का अनुभव होता है, खासकर जब आप खाना खाते हैं या पानी पीते हैं।
2. लालिमा और सूजन: गले के अंदर लालिमा और सूजन दिखाई दे सकती है।
3. बोलने में कठिनाई: गले में दर्द के कारण बोलने में कठिनाई हो सकती है।
4. सांस लेने में परेशानी: गंभीर मामलों में, छालों के कारण सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।
5. बुखार: अगर छाले संक्रमण के कारण हुए हैं, तो बुखार भी हो सकता है।
गले के छाले के घरेलू उपचार
गले के छाले के लिए कुछ प्रभावी घरेलू उपचार निम्नलिखित हैं:
1. नमक-पानी से गरारे: एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर गरारे करें। यह संक्रमण को कम करने और गले की सूजन को कम करने में मदद करता है।
2. हल्दी वाला दूध: हल्दी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो छालों को जल्दी ठीक करने में मदद करते हैं। रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएं।
3. शहद और नींबू का मिश्रण: एक चम्मच शहद में कुछ बूंदें नींबू के रस की मिलाकर गले पर लगाएं। शहद में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण को कम करते हैं।
4. तुलसी के पत्ते: तुलसी के पत्तों का रस गले के छालों को ठीक करने में बहुत प्रभावी होता है। दिन में 2-3 बार तुलसी के पत्तों का रस सेवन करें।
5. मुलेठी: मुलेठी का चूर्ण और शहद मिलाकर इसका सेवन करने से गले के छालों में आराम मिलता है। मुलेठी गले की सूजन को कम करने में मदद करती है।
6. बर्फ चूसना: बर्फ के टुकड़े को चूसने से गले की सूजन और जलन को कम किया जा सकता है।
7. एप्पल साइडर विनेगर: एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर गरारे करें। यह गले की बैक्टीरियल इंफेक्शन को कम करता है और छालों को ठीक करता है।
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गले के छाले से बचाव
गले के छालों से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
1. मुंह की सफाई: रोजाना ब्रश करें और मुंह को साफ रखें। इससे बैक्टीरिया और इंफेक्शन से बचाव होता है।
2. पोषण युक्त आहार: अपने आहार में हरी सब्जियां, फल, और विटामिन्स शामिल करें ताकि शरीर की इम्यूनिटी बनी रहे।
3. पर्याप्त जल का सेवन: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं ताकि गला सूखा न रहे।
4. धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन गले के छालों को बढ़ा सकता है।
5. तनाव से बचें: नियमित योग और ध्यान करें ताकि तनाव का स्तर कम रहे।
निवारक उपाय
यदि आपको बार-बार गले में छाले हो रहे हैं, तो आपको चिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी स्थिति का निरीक्षण कर उचित दवाइयां और उपचार बता सकते हैं। गले के छालों का सही और समय पर उपचार न करने से यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।
निष्कर्ष
गले के छाले एक आम लेकिन दर्दनाक समस्या है जिसे सही उपचार और देखभाल से आसानी से ठीक किया जा सकता है। ऊपर दिए गए घरेलू उपाय और सुझाव आपको इस समस्या से निजात पाने में मदद करेंगे। अगर समस्या अधिक गंभीर हो तो चिकित्सक से संपर्क करना न भूलें।