रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy): कारण, लक्षण, रोकथाम और उपचार

परिचय:-

रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy) एक गंभीर आंखों की समस्या है जो विशेष रूप से डायबिटीज और उच्च रक्तचाप से प्रभावित लोगों में देखी जाती है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटिना की रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं, जिसके कारण दृष्टि में कमी या अंधापन हो सकता है। इस लेख में हम रेटिनोपैथी के विभिन्न पहलुओं जैसे कारण, लक्षण, रोकथाम और उपचार के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)
रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)

 रेटिनोपैथी क्या है:-

रेटिनोपैथी एक ऐसी स्थिति है जिसमें आंख के रेटिना (जिसे दृष्टि के लिए ज़िम्मेदार माना जाता है) की रक्त वाहिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। रेटिना आंख के पिछले हिस्से में स्थित एक पतली परत होती है जो प्रकाश को महसूस करती है और मस्तिष्क को दृश्य संकेत भेजती है। अगर रेटिना में समस्या होती है, तो दृष्टि धीरे-धीरे धुंधली हो जाती है और अंततः अंधापन हो सकता है।

रेटिनोपैथी के प्रकार:-

रेटिनोपैथी को आमतौर पर दो मुख्य प्रकारों में विभाजित किया जाता है:

1. डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy): यह प्रकार उन लोगों में पाया जाता है जिन्हें मधुमेह (डायबिटीज) होता है। जब रक्त में शर्करा का स्तर लंबे समय तक उच्च रहता है, तो यह रेटिना की छोटी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।

2. हाइपरटेंसिव रेटिनोपैथी (Hypertensive Retinopathy): यह प्रकार उन लोगों में होता है जिनका रक्तचाप उच्च होता है। उच्च रक्तचाप के कारण रेटिना की रक्त वाहिकाएं कमजोर हो जाती हैं, जिससे आंखों में रक्तस्राव या तरल का रिसाव हो सकता है।

रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)के कारण:-

रेटिनोपैथी मुख्य रूप से निम्नलिखित कारणों से होती है:

1. मधुमेह (Diabetes): लंबे समय तक उच्च रक्त शर्करा का स्तर रक्त वाहिकाओं को कमजोर कर सकता है।

2. उच्च रक्तचाप (Hypertension): उच्च रक्तचाप रेटिना की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है।

3. हृदय रोग (Cardiovascular Disease): दिल से संबंधित बीमारियां रेटिनोपैथी का खतरा बढ़ा सकती हैं।

4. धूम्रपान (Smoking): धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और रेटिनोपैथी के जोखिम को बढ़ाता है।

5. गुर्दे की बीमारियां (Kidney Diseases): गुर्दे की समस्याएं रक्त वाहिकाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं।

रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)के लक्षण:-

शुरुआती चरणों में रेटिनोपैथी के लक्षण सामान्यतः दिखाई नहीं देते, लेकिन जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, निम्नलिखित लक्षण उभर सकते हैं:

1. दृष्टि में धुंधलापन

2. अंधेरे धब्बे या फ्लोटर्स का दिखाई देना

3. रात्रि में दृष्टि में कठिनाई

4. दृष्टि का अचानक कम होना

5. रंगों को पहचानने में कठिनाई

अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए तो रेटिनोपैथी से स्थायी अंधापन भी हो सकता है।

रेटिनोपैथी का निदान कैसे किया जाता है:-

रेटिनोपैथी का निदान आमतौर पर आंखों की जांच से होता है। आंखों का डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षण कर सकता है:

1. रेटिनल इमेजिंग (Retinal Imaging): रेटिना की स्थिति का पता लगाने के लिए फोटो या स्कैनिंग तकनीक का उपयोग किया जाता है।

2. डायलेशन (Dilation): आंखों की जांच के लिए डॉक्टर आपकी आंखों की पुतलियों को चौड़ा करते हैं, जिससे रेटिना का गहराई से निरीक्षण किया जा सके।

3. फ्लुओरेसीन एंजियोग्राफी (Fluorescein Angiography): यह परीक्षण रेटिना में रक्त प्रवाह और रिसाव का निरीक्षण करने के लिए किया जाता है।

रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)से बचाव:-

रेटिनोपैथी से बचने के लिए नियमित जांच और जीवनशैली में कुछ परिवर्तन आवश्यक हैं। निम्नलिखित उपाय रेटिनोपैथी को रोकने में सहायक हो सकते हैं:

1. रक्त शर्करा और रक्तचाप का नियंत्रण: मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों को अपनी रक्त शर्करा और रक्तचाप को नियमित रूप से नियंत्रित करना चाहिए।

2. नियमित आंखों की जांच: अगर आप मधुमेह या उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, तो नियमित रूप से आंखों की जांच कराना आवश्यक है।

3. स्वस्थ आहार: स्वस्थ आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियों, फलों और स्वस्थ वसा का सेवन करना चाहिए।

4. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान रेटिनोपैथी के जोखिम को बढ़ाता है, इसलिए इसे तुरंत छोड़ना चाहिए।

रेटिनोपैथी का उपचार:-

रेटिनोपैथी का उपचार उसकी गंभीरता पर निर्भर करता है। अगर समस्या शुरुआती चरण में है, तो जीवनशैली में परिवर्तन और नियमित चिकित्सा जांच से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। गंभीर मामलों में निम्नलिखित उपचार उपलब्ध हैं:

1. लेजर सर्जरी (Laser Surgery): यह सर्जरी रक्त वाहिकाओं से तरल रिसाव को रोकने के लिए की जाती है।

2. विट्रेक्तोमी (Vitrectomy): इसमें आंख के अंदर की ब्लीडिंग को साफ करने के लिए सर्जरी की जाती है।

3. इंजेक्शन थेरेपी: आंखों में विशेष इंजेक्शन दिए जाते हैं, जो नई असामान्य रक्त वाहिकाओं के विकास को रोकते हैं।

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निष्कर्ष:-

रेटिनोपैथी एक गंभीर आंखों की बीमारी है जो समय रहते पहचानी जाए तो इसका प्रभावी उपचार किया जा सकता है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीजों को खासतौर पर अपनी आंखों का ध्यान रखना चाहिए और नियमित जांच करानी चाहिए। इसके अलावा, स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और धूम्रपान छोड़कर भी रेटिनोपैथी से बचाव किया जा सकता है।

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