पथरी (Stone) क्या है जिन लोगों के मूत्र में कैल्सियम अधिक मात्रा में बनता है, उनको पथरी जल्दी होने की संभावना होती है। ये भिन्न प्रकार के छोटे छोटे क्षारीय तत्व होते हैं,जो कुछ कारणों से मूत्रनाली, मूत्राशय से बाहर नहीं निकल पाते और धीरे धीरे इकट्ठे होकर पथरी के रूप में बन जाते हैं।
पथरी (Stone) क्या है और इसके कारण:–
- पानी की कमी:– बहुत कम पानी पीने से पथरी होने की संभावना हो सकती है।
- ज्यादा नमक, प्रोटीन, कैल्सियम युक्त खाने या पीने से:– बहुत ज्यादा नमक, कैल्सियम,प्रोटीन युक्त खाने या पीने से भी पथरी होने की संभावना हो सकती है।
- जीवन शैली:– आपकी जीवन शैली का भी बहुत प्रभाव आपके शरीर पर पड़ता है, खान पान और सही से नींद ना लेना भी पथरी का कारण बन सकता है।
- कब्ज:– अगर कब्ज रह रही है तो पथरी होने की संभावना बनी रहती है।
पथरी के लक्षण :–
- पीठ,पेट के निचले हिस्से में दाईं या बाईं ओर बहुत तेज दर्द होना।
- पेट और पीठ में दर्द के साथ साथ toilet करने में कठनाई होना।
नोट:-
पथरी क्या है ज्यादातर पथरी है या नहीं इसका पता जल्दी नहीं होता जब दर्द होता है तभी पता चलता है कि पथरी है या नहीं। इसका पता लगाने के लिए सोनोग्राफी (अल्ट्रासाउंड) कराना चाहिए जिससे पता लगता है कि हमारे किस जगह पर कितने एमएम की पथरी है।
पथरी का घरेलू उपचार:–
1.पानी:– ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं।
- व्यायाम:– व्यायाम करें और सही खाना खाएं।
- जीरा:– जीरे के पाउडर को शहद के साथ लेने से पथरी निकल सकती है।
- सफेद प्याज:– सफेद प्याज को कूटकर उसको कपड़े से छानकर उसके रस को सुबह सुबह पीने से पथरी जल्दी निकल सकती है।
- आंवला:– आंवले के पाउडर को मूली के साथ सुबह सुबह खाने से पथरी ठीक हो सकती है।
- मूली के बीज:– मूली के बीज को शहद के साथ चाटने से पथरी ठीक हो सकती है। या बीस ग्राम मूली के बीज का काढ़ा बनाकर पीने से पथरी ठीक हो सकती है।
- नीम:– नीम की पत्तियों की राख को दो ग्राम की मात्रा में पानी के साथ लेने से पथरी ठीक हो सकती है।
- इन्द्रजौ के बीज :– इन्द्रजौ के ढाई ग्राम बीज को गर्म पानी में भिगोकर वो पानी पीने से पथरी ठीक हो सकती है।
- बथुआ:– कच्चे बथुआ का रस निकालकर उसमें शहद मिलाकर पीने से पथरी ठीक हो सकती है।
कुछ अन्य सहायक उपचार:–
a. सबसे पहले कब्ज को दूर करें।
b. छाछ का सेवन करें। सेब का रस पिएं।
c. सुबह एक गिलास पानी के साथ एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं।
d. करेले का रस सुबह सुबह पिएं।
e. गाजर, खीरा, चुकंदर का रस दिन में दो या तीन बार पिएं।
सावधानी:–
a. चावल, मटर,टमाटर,बैंगन नहीं खाना चाहिए।
b. चिकनाई वाले पदार्थ नहीं खाना चाहिए।
हालांकि पथरी के लिए बताई गए घरेलू उपचार को चिकित्सा उपचार के विकल्प के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण दिखता है तो चिकित्सक से सलाह लेना ठीक रहेगा, ताकि सही निदान और उपचार हो सके। वैसे पथरी के लिए होम्योपैथिक चिकित्सक ठीक रहता है।