सर्दी जुकाम क्यों होता है सर्दी, जुकाम, ज्यादातर वायरल इन्फेक्शन के कारण होता है,
कारण –
इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हो सकते हैं।
- मौसम में परिवर्तन होना– जब मौसम में परिवर्तन होता है तो बहुत सारे बैक्टीरिया की तादात में वृद्धि होती हैं, और वो हवा के साथ हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं,जिससे सर्दी जुकाम बुखार हो सकता है।
सर्दी, जुकाम के क्या बचाव हो सकते है।
सर्दी, जुकाम से बचने के लिए आपको निम्नलिखित नियमों का पालन करना चाहिए।
- बहुत पानी पीना
- मास्क पहनना
- हाइजीनिक आदतें अपनाना
- साबुन से हमेशा हाथ धोना
- स्वस्थ आहार चुनना
- भरपूर नींद लेना
उपाय-
वैसे तो आप सर्दी, जुकाम के लिए डॉक्टर से दवाई ले सकते हैं, लेकिन कुछ घरेलू उपाय अपनाकर आप सर्दी जुकाम को अपने घर पर ही ठीक कर सकते हो।
इसके घरेलू उपाय निम्नलिखित हैं
सर्दी जुकाम क्यों होता है
- हल्दी – सर्दी,जुकाम में आधा गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी डालकर पीने से जुकाम में राहत मिल सकती है।
- अदरक – एक चम्मच अदरक का रस उसमें उतनी मात्रा में शहद मिलाकर चाटने से सर्दी, जुकाम, खासी में आराम मिल सकता है।
- काली मिर्च – दस काली मिर्च,दस मुनक्के के दाने और चार बादाम की गिरी सबको सुबह पानी में भिगो दें, रात को सबको छीलकर उनको पीस लें, अच्छे से पीसने के बाद शुद्ध बीस ग्राम मक्खन में मिलाकर खाने से आराम मिल सकता है।
- लहसुन – कच्चे लहसुन की एक, दो कली चबाने से आराम मिल सकता है।
- दस पत्ते पुदीना, पांच दाने काली मिर्च, एक चुटकी सैंधा नमक, दस पत्ते तुलसी, एक या दो लौंग इन सबको मिलाकर काढ़ा बनाएं जब पानी आधा रह जाए तो उसको चाय की तरह पीने से आराम मिल सकता है।
- गर्म भाप – आप गर्म पानी की भाप ले सकते हैं उससे भी राहत मिलती है।
- अजवाइन और नमक के गरारे– डेढ़ गिलास पानी में एक चम्मच अजवाइन, उसमें आधा चम्मच नमक डालकर उसको उबालें जब पानी कम से कम एक गिलास पानी रह जाए तो उस पानी को गुनगुना करके उसके गरारे करने से बहुत राहत मिल सकती है।
अगर अजवाइन नहीं है तो आप नमक के गरारे भी कर सकते हैं। - आंवला – आंवला के रस को शहद के साथ चाटने से आराम मिलता है।
- पानी पीने से हमारी बहुत सारी बीमारियां ठीक होती हैं, तो हमें पानी पीते रहना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आप कम बीमार पड़े तो आपको भरपूर पानी पीना चाहिए और पानी पीने से सर्दी, जुकाम होने से बचाता है।
अगर आपको जुकाम हो गया है तो आप गुनगुना पानी, गर्म नींबू पानी, हर्बल टी, काढ़ा पी सकते हैं।
ध्यान दें: इस आर्टिकल का उद्दीपन केवल सामान्य जागरूकता के उद्देश्य से है और चिकित्सा सलाह के बजाय नहीं होना चाहिए।