नाक की हड्डी का बढ़ना, जिसे चिकित्सा भाषा में Deviated Septum कहते हैं, एक ऐसी समस्या है जिसमें नाक की अंदरूनी दीवार (सेप्टम) सामान्य से एक तरफ झुक जाती है। यह स्थिति नाक के दोनों हिस्सों में समान रूप से हवा के गुजरने में रुकावट पैदा करती है, जिससे श्वसन में दिक्कत हो सकती है। इस समस्या से जूझने वाले लोगों को अक्सर सांस लेने में तकलीफ, नाक बंद होना, सिरदर्द और अन्य संबंधित समस्याएं होती हैं।
नाक की हड्डी का बढ़ना (Deviated Septum) क्या है:-
नाक के अंदर एक पतली दीवार होती है जिसे सेप्टम कहते हैं, जो नाक के दोनों नथुनों को अलग करती है। सामान्य स्थिति में, यह दीवार नाक के दोनों हिस्सों को समान रूप से बांटती है। लेकिन जब यह दीवार किसी कारणवश एक तरफ झुक जाती है, तो इसे ‘डिविएटेड सेप्टम’ या नाक की हड्डी का बढ़ना कहा जाता है। इससे नाक का एक हिस्सा संकरा हो जाता है, और व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है।
नाक की हड्डी के बढ़ने के कारण:-
1. जन्मजात समस्या: बहुत से लोगों में यह समस्या जन्म के समय से ही होती है, यानी यह जन्मजात होती है। बच्चे के जन्म के समय या भ्रूण अवस्था में ही नाक की हड्डी टेढ़ी हो सकती है।
2. चोट लगना: खेल, दुर्घटना या किसी अन्य चोट के कारण नाक की हड्डी पर प्रभाव पड़ सकता है, जिससे सेप्टम बढ़ सकता है। यह चोट बचपन या किशोरावस्था में भी हो सकती है, जब हड्डियों का विकास हो रहा होता है।
3. आयु के साथ परिवर्तन: उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों में परिवर्तन होने लगते हैं, जिससे नाक की हड्डी बढ़ सकती है।
नाक की हड्डी के बढ़ने के लक्षण:-
1. सांस लेने में कठिनाई: यह सबसे आम लक्षण है। नाक की हड्डी बढ़ने पर एक तरफ से हवा कम मात्रा में गुजरती है, जिससे श्वसन में बाधा होती है।
2. नाक बंद होना: प्रभावित व्यक्ति को बार-बार नाक बंद होने की समस्या हो सकती है, खासकर सर्दी या एलर्जी के समय।
3. सिरदर्द: नाक में रुकावट से श्वसन तंत्र पर दबाव पड़ता है, जिससे सिरदर्द हो सकता है।
4. नाक से खून आना: नाक के अंदर की त्वचा सूख जाती है, जिससे हल्का खून आ सकता है।
5. सांस लेते समय आवाज आना: कई लोगों को सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज आती है, जो हड्डी बढ़ने के कारण होती है।
6. स्लीप एप्निया: नाक से श्वसन बाधित होने के कारण रात में बार-बार सांस रुकने की समस्या भी हो सकती है।
नाक की हड्डी के बढ़ने का निदान:-
इस समस्या का निदान कान, नाक और गला विशेषज्ञ (ENT Specialist) द्वारा किया जाता है। डॉक्टर नाक के अंदरूनी हिस्से की जांच कर इस स्थिति की पुष्टि करते हैं। इसके लिए कई बार नाक के अंदर एक लाइटेड टूल से देखा जाता है, जिसे राइनोस्कोप कहा जाता है। गंभीर मामलों में डॉक्टर CT स्कैन या MRI करवाने की सलाह भी दे सकते हैं, ताकि समस्या की गहराई को समझा जा सके।
नाक की हड्डी का बढ़ने का उपचार:-
1. दवाएं:
– नाक के स्प्रे: एलर्जी या नाक की सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉइड युक्त नाक स्प्रे का उपयोग किया जाता है।
– डिकंजेस्टेंट्स: नाक की बंदी को कम करने के लिए डिकंजेस्टेंट्स दवाएं दी जा सकती हैं।
– एंटीहिस्टामिन्स: अगर समस्या एलर्जी के कारण हो रही है, तो एंटीहिस्टामिन्स मददगार हो सकते हैं।
2. सर्जरी (Septoplasty):
– यदि दवाओं से राहत नहीं मिलती, तो सर्जरी का विकल्प चुना जाता है। इसे ‘सेप्टोप्लास्टी’ कहा जाता है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर नाक के अंदर की हड्डी को सीधा कर देते हैं, जिससे श्वसन मार्ग खुल जाता है।
– सर्जरी आमतौर पर सामान्य एनेस्थीसिया के तहत की जाती है और इसमें कुछ घंटों का समय लगता है। सर्जरी के बाद कुछ दिनों तक आराम की सलाह दी जाती है।
3. घरेलू उपाय:
– भाप लेना: भाप लेना नाक के अंदर की सूजन और नाक बंद होने की समस्या को कम कर सकता है।
– नमक के पानी से सफाई: नमक और पानी से नाक की सफाई करने से नाक के अंदर की रुकावट कम हो सकती है।
– ह्यूमिडिफायर का उपयोग: घर में ह्यूमिडिफायर का उपयोग करने से नाक के अंदर की हवा में नमी बनी रहती है, जिससे सूखापन और जलन कम होती है।
नाक की हड्डी बढ़ने से जुड़ी सावधानियां:-
1. चोटों से बचाव: अगर नाक पर किसी प्रकार का जोरदार प्रभाव पड़ने का खतरा हो, तो सुरक्षात्मक उपकरण पहनना चाहिए। विशेष रूप से खेलकूद के दौरान हेलमेट का इस्तेमाल करें।
2. एलर्जी से बचें: अगर आपको एलर्जी की समस्या है, तो डॉक्टर की सलाह से नाक स्प्रे और अन्य दवाओं का नियमित उपयोग करें।
3. नाक की सफाई करें: नियमित रूप से नाक की सफाई करने से भी नाक की रुकावट कम हो सकती है।
नाक की हड्डी बढ़ने से जुड़ी जटिलताएं:-
1. स्लीप एप्निया: अगर समस्या का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह स्लीप एप्निया का कारण बन सकती है, जिससे नींद में बार-बार सांस रुकने की समस्या हो सकती है।
2. पुरानी साइनस समस्या: नाक की रुकावट से साइनस की समस्या भी बढ़ सकती है, जिसमें सिरदर्द और नाक से मवाद आना शामिल है।
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निष्कर्ष:-
नाक की हड्डी का बढ़ना (Deviated Septum)एक सामान्य समस्या है, लेकिन अगर इसका समय पर उपचार न किया जाए तो यह श्वसन और नींद से जुड़ी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। दवाओं से लेकर सर्जरी तक इसके कई उपचार उपलब्ध हैं, और इसके साथ ही नियमित नाक की सफाई और घरेलू उपाय भी राहत दिला सकते हैं। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो कान, नाक और गला विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।