खांसी (khansi) एक सामान्य समस्या है, जब हम सांस लेते हैं तो किसी समस्या के कारण सांस लेते समय हमारे फेफड़ों में परेशानी होती है, तब ब्यक्ति को मुंह से खों- खों की आवाज आती है, उसी को खांसी कहते हैं।
खांसी (khansi) कितने प्रकार की होती है।
खांसी तीन प्रकार की हो सकती है।
- सूखी खांसी – सूखी खांसी बिना बलगम के होती है, गले में खरास महसूस होती है तब सूखी खांसी आती है, तो वे लक्षण सूखी खांसी के होते हैं
- कफ वाली खांसी – जब व्यक्ति को गले में बलगम हो और खांसी के साथ बलगम आता हो तो ऐसे लक्षण बलगम वाली खांसी के होते हैं
- काली खांसी – जब खांसी के साथ हों हों की आवाज आ रही हो, आवाज में बदलाव हो तो वे लक्षण सूखी खांसी के हैं।
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खांसी के क्या कारण हो सकते हैं।
खांसी (khansi) के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं।
- सर्दी या फ्लू के कारण खांसी होना।
- अगर किसी व्यक्ति को किसी चीज से एलर्जी है तो वो व्यक्ति जैसे ही उस चीज के संपर्क में आता है तो खांसी हो सकती है।
- कोई व्यक्ति ज्यादा धूम्रपान करता है तो उसे खांसी हो सकती है।
- बेक्टीरिया के कारण भी खांसी हो सकती है।
- अगर व्यक्ति की आवाज बैठ गई है, तब उस व्यक्ति को बोलने में खांसी हो सकती है।
- अगर गले में कोई इन्फेक्शन है तो खांसी हो सकती है।
खांसी के लक्षण और khansi kaise thik kare –
- गले में दर्द।
- सांस लेने में परेशानी।
- गले में खरास होना।
- बलगम जमना।
ये सारे लक्षणों के साथ खांसी हो सकती है।
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खांसी के घरेलू उपाय –
- अदरक के छोटे – छोटे टुकड़े कर लें, उन टुकड़ों में नमक मिलाकर चूसने से आराम मिल सकता है।
- लॉन्ग को पीस लें, फिर उसे आग पर भूनकर शहद के साथ चाटना लाभकारी है।
- पांच – छः काली मिर्च पीसकर शहद के साथ दिन में तीन – चार बार चाटना लाभकारी है।
- नॉर्मल पानी में थोड़ी सी हल्दी और एक चुटकी नमक मिलाकर पीना लाभकारी है।
- एक ग्राम शुद्ध हींग चाटने पर काली खांसी में आराम मिल सकता है।
- अदरक को पीसकर, उसका अर्क निकाल लें, उसमें शहद मिलाकर उसे आग पर अच्छे से गर्म कर लें, फिर उसे थोड़ा थोड़ा गुनगुना चाटना बहुत ही लाभकारी है।
- सैंधा नमक की एक डेली को आग पर पकाएं, फिर उस डेली को चिमटी से पकड़कर आधा कप पानी में डूबो दें, फिर उस डेली को निकालकर उस पानी को पी लें, ये उपाय लाभकारी है।
- पीपल के चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर चाटना कफ की खांसी के लिए लाभकारी हो सकता है।
- सौ ग्राम शहद, सौ ग्राम अलसी, तीस ग्राम काली मिर्च तीनों को मिलाकर थोड़ा थोड़ा चाटना कफ की खांसी के लिए लाभकारी हो सकता है।
- अमरूद को आग पर भूनकर खाना कफ की खांसी के लिए लाभकारी है।
- सरसों के दाने पीसकर शहद के साथ चाटना कफ की खांसी के लिए लाभकारी है।
- श्रंग भस्म को शहद में मिलाकर चाटना काली खांसी के लिए लाभकारी है।
- पांच – छः बादाम पानी में कम से कम बारह घंटे भिगो लें, दो लहसुन की कली और थोड़ीसी मिश्री तीनों को मिलाकर पीसकर उसका सेवन करना काली खांसी के लिए बहुत ही लाभकारी है।
- एक गिलास गन्ने के रस में, तीस चालीस ग्राम मूली का रस मिलाकर पीना काली खांसी के लिए लाभकारी है।
- थोड़ी सी फिटकरी गर्म पानी के साथ सेवन करना काली खांसी के लिए लाभकारी हो सकता है।
- सितोपलादि शहद के साथ चाटना काली खांसी के लिए लाभकारी हो सकता है।
नोट –
गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारा करना बहुत ही लाभकारी है। और जितना हो सके आराम करें। khansi kaise thik kare
परहेज –
खटाई, दही, लस्सी का परहेज करें।
खांसी khansi एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन अगर यह लंबे समय तक चलती है या गंभीर लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।