“उल्टियाँ होना” (Ulti) एक ऐसी परेशानी है, जिसमें आमाशय के अन्दर के पदार्थ शरीर के बाहर निकलने की क्रिया को उल्टी या (Vomiting) कहते हैं।
उल्टियाँ (Ulti) होने के कारण –
- उल्टियाँ Ulti होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि
- अधिक भोजन का सेवन करना,
- अशुद्ध और तला हुआ खाना खाने से
- अशुद्ध पानी पीने से,
- बुखार होना और ठण्ड लगने से भी उल्टी हो सकती है।
- जुकाम,
- पेट में गैस होना
- कब्ज होना
- दवाओं का सेवन करना
- गर्भावस्था या मानसिक तनाव।
- शराब, धूम्रपान और नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इन्फ्लामेट्री दवाओं जैसे आईबू प्रोफेन आदि के कारण भी पेट की अंदरूनी परत में जलन होने लगती हैं। इस कारण उल्टी की संभावना हो जाती है।
- कभी -कभी (Stone) पथरी का दर्द होता है उस समय भी उल्टी की समस्या बहुत अधिक हो जाती है
उल्टियों के लक्षण –
उल्टियों Ulti के लक्षण में पेट से खाना पीना बाहर आता है, उल्टी जब होती है तो ऐसा लगता है कि शरीर में बहुत कमजोरी आ गयी हो। ये लक्षण खाने के पहले या बाद में हो सकते हैं और इनमें नॉजिया, उबकाई, पेट में दर्द, और थकान शामिल हो सकती है।
उल्टियों के घरेलू उपचार-
- हर्र को पीसकर उसमें शहद मिलाकर चाटने से आराम मिल जाता है।
- तुलसी की पत्तियों का रस पीना बहुत लाभकारी होता है।
- बीस ग्राम नीम के पत्तों को पानी में उबालकर, उस पानी को छान लें, अब उस पानी को रोगी को पिलाने से आराम मिल सकता है।
- पांच या छ: लॉन्ग पीसकर आधा गिलास पानी में उबालें, जब पानी आधा रह जाए तो पानी को उतार लें, अब उस पानी में मिश्री मिलाकर पियें इस प्रयोग को दिन में दो या तीन बार करने से आराम मिल सकता है।
- देशी घी में चीनी मिलाकर चासनी बना लें, अब इस चासनी को अनार के एक गिलास जूस में मिलाकर रोगी को पिलाने से आराम मिल सकता है।
गाडी में उल्टी आने के कारण
वाहनों में यात्रा करते समय उल्टी ulti करना एक आम बात है। प्रायः बच्चों को यात्रा करते समय उल्टी करते हुए देखा जा सकता है। दरअसल कोई यात्री जब किसी बस या अन्य वाहन में यात्रा की शुरुआत करता है, तो यात्रा करने से पहले ही उसके दिमाग में यात्रा से संबंधित बातें आने लगती हैं। यह एक मनोवैज्ञानिक समस्या है। यात्रा के दौरान उल्टी ना आए, इसके लिए सबसे बेहतर उपाय यह है कि अपने दिमाग को अलग-अलग जगह पर लगाने की कोशिश करें।
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गर्भवती महिलाओं को उल्टी क्यों आती है
- अधिक चिंता या तनाव से शरीर के हार्मोन बढ़ जाते है और गर्भवती महिला को उल्टी से परेशान कर देते हैं।
- कुछ महिलाओं में एच पाइलोरी नामक बैक्टीरिया की संख्या जब ज्यादा हो जाती है तो इस वजह से भी जी मिचलाने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
- कभी कभार एक से ज्यादा गर्भ होने के कारण भी हार्मोन की अधिकता हो जाती है। इससे गर्भावस्था के दौरान उल्टी आती है।
उल्टी होने पर परहेज क्या करें
- हल्का भोजन करें
- तले हुआ भोजन और तेज मिर्च मसाले वाली चीजें न खाएं
- भोजन के साथ पानी कम से कम लें
- बार बार उल्टी होने पर शरीर में पानी की कमी आ जाती है इस कारण और ज्यादा उल्टियां होना शुरू हो जाती हैं इसके लिए आप एक गिलास पानी में एक नीबू निचोड़ लें इसमें चीनी और नमक मिलाकर थोड़ी थोड़ी देर बाद पीते रहें
- आप बार बार एलेक्ट्राल पाउडर का इस्तेमाल करते रहें |
नोट –
उल्टियाँ Ulti एक आम स्वास्थ्य समस्या हो सकती है, तो इस में परेशान होने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर ये परेशानी बार – बार हो रही है या घरेलू उपाय से भी ठीक नहीं हो रही है तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।