uses of trees: पेड़ पौधौं का हमारे जीवन में महत्व

पेड़ पौधे (trees) का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है हमें पेड़ पौधौं का विशेष रुप से ध्यान रखना चाहिए पेड़ पौधों से हमारे शरीर की ज्यादातर बीमारी अपने आप ही ख़त्म होजाती है हमें ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने चाहिए

uses of trees
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पेड़ पौधों (trees) का महत्व

  1. अर्जुन के पेड़ (trees) के लाभकारी गुण –
    अर्जुन हृदय के रोगों के लिए एक अचूक औषधि है। अगर किसी व्यक्ति को हृदय की परेशानी है तो उसको अर्जुन की छाल रात को पानी में भिगो देनी चाहिए और सुबह वह पानी छानकर पीने से बहुत लाभ होता है। इसके काढ़े को किसी घाव पर लगा सकते हैं। इसके साथ साथ इसका प्रयोग पथरी की परेशानी को ठीक करने के लिए किया जाता है।
  2. सदाबहार के पौधे (trees) के लाभकारी गुण –
    आमतौर पर लोग सदाबहार पौधे को सजावटी पौधे के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस पौधे में बहुत ही औषधीय गुण होते हैं। इस पौधे में अनेक एल्केलाइड्स पाए जाते हैं। ये एल्केलाइड्स कुछ रोगों में जीवाणुरोधी की तरह कार्य करते हैं। यह पौधा दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और भारत में मधुमेह का इलाज करने में प्रयोग किया जाता है। जहरीले कीट–पतंगों के काटने पर सदाबहार की पत्तियां लगाने से आराम मिल सकता है।
  3. पान की पत्तियों के लाभकारी गुण –
    पान की पत्तियों में अनेक औषधीय गुण पाए जाते हैं, शहर के साथ इसकी पत्तियों का रस बच्चों के पिलाने से पेचिश, पेट दर्द, और अपच जैसे रोगों में लाभकारी है। इसके अलावा पान की पत्तियों से सर्दी जुकाम आंखों के रोग और सांस की बीमारी के लिए किया जाता है तथा अगर कोई जल जाता है और फफोले पड़ जाते हैं तो पान की पत्ती को पीसकर फफोलों या जलने वाली जगह पर लगाने से आराम मिल सकता है।
  4. आक के पौधे (trees) के लाभकारी गुण –
    यह पौधा मुख्य रूप से उत्तर भारत और आंध्र प्रदेश में पाया जाता है। आक की पत्तियों का उपयोग जालोदर, खांसी, दमे और चर्म रोग की परेशानी के लिए किया जाता है। आक के पौधे को निकला लेटेस्ट कोढ़ और गठिया जैसे रोग के लिए प्रयोग किया जाता है।
  5. यूकेलिप्टस के पौधे (trees) के लाभकारी गुण –
    यूकेलिप्टस ऑस्ट्रेलिया का पौधा है लेकिन उनकी संख्या भारत में भी बहुत है। यूकेलिप्टस की पत्तियों से तेल निकाला जाता है और यह तेल गठिया,दमा,जुकाम और अनेक स्वांस संबंधी रोगों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसकी जड़ों का उपयोग पेट साफ करने की औषधि के रूप में किया जाता है।
  6. पीपल के पौधे (trees) के लाभकारी गुण –
    पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी पेड़ों में ऑक्सीजन को साफ करने के लिए पीपल का पेड़ सबसे अहम वृक्ष होता है। यह पेड़ एक ऐसा पेड़ है जो चौबीस घंटे ऑक्सीजन छोड़ता है। यह कैसा वृक्ष है जो सूर्य के ताप को रोक लेता है लेकिन उसके उजाले को नहीं रोकता है। इसके नीचे रहने वाले लोग अधिक बुद्धिमानी निरोगी और अधिक उम्र वाले होते हैं इसलिए हमें अपने घर में पीपल का पेड़ अवश्य लगाना चाहिए।
  7. बरगढ़ के पेड़ (trees) के लाभकारी गुण –
    बरगद का पेड़ भारतीय भूमि का सबसे महत्वपूर्ण पेड़ है।
    बरगढ़ की पत्तियों पर तिल का तेल लगाकर उनको गर्म करके जोड़ों का दर्द और सूजन वाली जगह पर लगाने से लाभ मिलता है। गठिया के दर्द में बरगद के दूध को लगाकर मालिश करने से आराम मिल सकता है और कोई गांठ हो गई है तो उस पर बरगद का दूध लगाने से आराम मिलता है।
  8. करी पत्ता के पौधे (trees) के लाभकारी गुण –
    हम सबके घरों में करी पत्ता के पत्तियों का उपयोग खाने में स्वाद और खुशबू बढ़ाने में किया जाता है। दक्षिण भारत के पकवानों में तो खासकर इसका उपयोग होता ही है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि करी पत्ता में औषधीय गुण भी होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार सुगर के मरीजों के लिए करी पत्ता बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा बढ़े हुए वजन केलिए करी पत्ता बहुत ही लाभकारी है। एक अध्यन के अनुसार करी पत्ता बहुत सी बीमारियों से लड़ने में लाभकारी होता है।
  9. बबूल के पौधे के लाभकारी गुण –
    बबूल का पेड़ (trees) एक कांटेदार पौधा होता है। बबूल के पेड़ मध्यम आकार का होता है। इसके पेड़ की छाल भूरे रंग की और सूखी होती है। इसकी शाखाएं गोल, नरम और मुड़ी हुई होती है। इसकी पत्तियां पांच से नौ के समूह में होती हैं और फूल पीले रंग के चार से छः के समूहों में होते हैं। इसकी लकड़ी को जलाने के लिए सबसे अच्छी माना जाता है। यह अपने अद्धभूत लाभों के अलावा विटामिन और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा श्रोत है। 100 ग्राम बबूल में 4.28 मिलीग्राम आयरन, 0.902 मिलीग्राम मैग्निज, 13.92 मिलीग्राम प्रोटीन, 6.63 मिलीग्राम वसा और 0.256 मिलीग्राम जस्ता पाया जाता है। बबूल की दातुन दातों के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। कफ और पित्त का इलाज करने लिए बहुत ही प्रभावी होता है। यह वात, पित्त, और गर्भाशय की ब्लीडिंग, मूत्र विकार और दर्द ठीक करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  10. हारसिंगर के पौधे का लाभकारी गुण –
    हारसिंगार के वृक्ष को रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है, इसको रात की रानी के नाम से इसलिए जाना जाता है क्योंकि इसके फूल केवल रात में ही खिलते हैं और रात में बहुत ही अच्छी खुशबू देते हैं। इसके साथ साथ हारसिंगार के पौधे के बहुत से लाभकारी गुण होते हैं, जो नीचे निम्नलिखित हैं।

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a. हारसिंगार के फूलों पत्तों और टहनीयों के मिश्रण को रोजाना पीने से जोड़ों के दर्द व सूजन में आराम मिलता है। इसके फूलों का लेप लगाने से सूजन में काफी आराम मिलता है।

b. प्याज के पत्तों का लेख घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाता है।

c. हारसिंगार के लेप को टूटी हड्डियों पर लगाना बहुत ही लाभकारी होता है इससे हड्डी जल्दी जुड़ जाती है और मजबूत भी रहती है इसके साथ-साथ दर्द भी नहीं होता है।

d. हारसिंगार के बीच बवासीर के लिए बहुत ही अच्छी औषधि है इसके बीच का सेवन आंत्र निकासी में बहुत ही फायदेमंद होता है, और बवासीर जल्दी ठीक हो सकता है।

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