Diabetes: शुगर कंट्रोल कैसे करें अपनाएं ये 10 घरेलू उपाय

मधुमेह जिसको (Diabetes) के नाम से भी जाना जाता है। आजकल मधुमेह की बीमारी आम बीमारी बन गई है। हर घर में इस बीमारी के मरीज देखने को मिल सकते हैं। मधुमेह क्या है इसको दो उदाहरण से समझेंगे।

Diabetes: शुगर कंट्रोल कैसे करें अपनाएं ये घरेलू उपाय
Diabetes: शुगर कंट्रोल कैसे करें अपनाएं ये घरेलू उपाय

a. जब व्यक्ति दिनभर में जितनी भी मीठी चीज खाता है, (चीनी मिठाई शक्कर गुड़ आदि) वह ठीक प्रकार से नहीं पचती अर्थात उस व्यक्ति का अग्नाशय उचित मात्रा में उन चीजों से इन्सुलिन नहीं बना पाता इसलिए वह चीनी तत्व मूत्र के साथ सीधी निकलती है इसे पेशाब में शुगर आना भी कहते हैं जिन लोगों को अधिक चिंता , मोह, लालच,तनाव रहते हैं, उन लोगों को मधुमेह की बीमारी अधिक होती है।

मुधुमेह रोग में शुरू में तो भूख बहुत लगती है लेकिन धीरे धीरे भूख कम हो जाती है। शरीर सूखने लगता है कब्ज की शिकायत रहने लगती है। अधिक पेशाब आना और पेशाब में चीनी आना शुरू हो जाती है और रोगी का वजन कम होता जाता है, शरीर में कहीं भी जख्म/ घाव होने पर वह जल्दी नहीं भरता है।

b. जब किसी व्यक्ति को मधुमेह की बीमारी होती है इसका मतलब है कि शरीर में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से ज्यादा हो गया है, देखा जाए तो ग्लूकोज व्यक्ति के शरीर का मुख्य श्रोत है, जो व्यक्ति को खाने पीने से मिलता है। अग्नाशय द्वारा उत्पन्न एक हार्मोन जिसको इंसुलिन कहा जाता है। इंसुलिन के ही द्वारा ग्लूकोज शरीर की कोशिकाओं तक पहुंचता है, तब जाकर व्यक्ति के शरीर को ऊर्जा मिलती है। अगर शरीर इंसुलिन कम बनाने लगता है तब शरीर में ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा हो जाती है, तब यह ग्लूकोज खून में जमा होने लगता है।
इसी परेशानी को मधुमेह कहते हैं।

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मधुमेह(Diabetes) के प्रकार –

अगर देखा जाए तो मधुमेह मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है। जो इस प्रकार हैं।

  1. पहले प्रकार का मधुमेह या (TYPE ONE) –
    इस टाइप में व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन बिल्कुल ही नहीं बन पाता है, इस स्तिथि में शरीर ऑटोइम्यून स्तिथि में आ जाता है जिसके कारण व्यक्ति की जो प्रतिरक्षा प्रणाली है वह अग्नाशय में बनने वाले इंसुलिन की कोशिकाओं पर हमला करने लगती है, तो इंसुलिन बनना बंद हो जाता है।
  2. दूसरे प्रकार का मधुमेह या (TYPE TWO) –

इस टाईप में शरीर में पूरी तरीके से इंसुलिन नहीं बन पाता है। यह टाइप एक सामान्य परेशानी है, जिसका मुख्य कारण खराब जीवनशैली है।

  1. गर्भकालीन मधुमेह – यह एक ऐसा प्रकार है, जो गर्भावस्था के दौरान होता जाता है और अक्सर करके बच्चे के जन्म के बाद ये अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन अगर जीवनशैली ना सुधारी जाए तो ये दूसरे प्रकार के मधुमेह को बढ़ा सकता है।

मधुमेह (Diabetes) के लक्षण –


मधुमेह Diabetes के लक्षण प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करते हैं। अगर देखा जाए तो मधुमेह के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं।

a. बहुत ज्यादा प्यास लगना।
b. बार-बार पेशाब आना।
c. बहुत ज्यादा भूख लगना।
d. वजन में कमी होना।
e. बहुत ज्यादा थकान और कमजोरी होना।
f. आंखों से धुंधला धुंधला दिखाई देना।
g. चोट या घाव का धीरे-धीरे भरना।

मधुमेह (Diabetes) के कारण –


मधुमेह (Diabetes) के कारण जटिल होते हैं और उनमें आनुवंशिकी, पर्यावरणीय कारक, और जीवनशैली का बहुत ज्यादा योगदान है। इसके अलावा कुछ कारण निम्न प्रकार हैं।

a. परिवार में मधुमेह का इतिहास
b. मोटापा रहना
c. शरीर का काम न करना
e. अस्वस्थ आहार
f. उच्च रक्तचाप
g. उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर

मधुमेह (Diabetes) के घरेलू उपचार –

  1. मेथीदाने का कमाल – पांच ग्राम मेथीदाने को पीसकर पौन गिलास जल में रात के समय भिगो दें, सुबह उस पानी को अच्छे से छानकर यह पानी रोज पीने से आराम मिल सकता है।
  2. चने का कमाल – पच्चीस ग्राम काले चने रात को पानी में भिगो दें। सुबह खाली पेट खाने से मधुमेह संतुलित रहता है।
  3. जामुन का कमाल – वैसे देखा जाए तो जामुन मधुमेह की परेशानी की सर्वोच्च दवाई है। सीधे जामुन खाना लाभकारी तो है ही लेकिन जामुन को और प्रकार से खाने से बहुत ही अच्छे परिणाम मिलते हैं। जो निम्न प्रकार हैं।

a. पचास ग्राम जामुन के फल को एक गिलास पानी में डालकर पच्चीस से तीस मिनट के लिए उबालें, फिर उन्हें उतारकर अच्छी तरह से जामुन को मसल लें और फिर उसे छान लें, फिर उनके तीन से चार हिस्से करके जितने हिस्से किए हो, उतनी बार लें। इस उपयोग से मधुमेह संतुलित रहता है।

b. सूखे आंवला तथा जामुन की गुठली मिंगी , दोनों को बराबर लेकर चूर्ण बना लें। रोजाना सुबह बासी मुंह, 2 ग्राम की मात्रा में इस चूर्ण को गाय के दूध या पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह रोग ठीक हो सकता है।

c. जामुन की गुठली की मिंगी दस ग्राम और अफीम एक ग्राम दोनों को महीन पीसकर पानी के साथ, सरसों के दाने के बराबर गोलियां बना लें। एक एक गोली सुबह शाम पानी के साथ लेने से मधुमेह रोग में आराम मिल सकता है।

d. जामुन की गुठली का चूर्ण ताजे पानी के साथ दिन में दो या तीन बार लेने से मधुमेह की परेशानी में बहुत लाभकारी हो सकता है।

e. जामुन के हरे पत्तों की चटनी बनाकर एक गिलास पानी में प्रतिदिन पीने से लाभ हो सकता है।

  1. आंवले का कमाल – ताजे आंवले के रस को निकाल कर रोज सुबह खाली पेट पीने से मधुमेह संतुलित रहता है।
  2. मिट्टी के बर्तन में एक गिलास जल (कुएं का) भरकर इसमें पांच नग पलाश के फूल डाल दें। पलाश का फूल आसानी से हर जगह मिल जाते हैं। सुबह फूलों को मसलकर बासे मुंह इस पानी को पीएं। प्रति सप्ताह एक फूल बढ़ाते रहें चार सप्ताह में रोग में आराम मिल जायेगा। अनुराधा नक्षत्र के समय यह फूल तोड़ कर प्रयोग करने से और भी शीघ्र लाभ होता है।
  3. पान के साथ चार पत्ती बंग भस्म लेने से मधुमेह दूर हो सकता है।
  4. प्रात: काल बीस ग्राम गिलोय का रस बराबर मात्रा में शहद के साथ मिलाकर लेने से बीमारी में लाभ मिलता है।
  5. प्रतिदिन रात्रि विश्राम से पहले शहद के साथ त्रिफला चूर्ण लेने से लाभ होता है।
  6. इन्द्र जौ, बादाम और चने को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बनाकर प्रतिदिन सुबह और शाम फीके दूध से लेने से, लाभदायक हो सकता है।
  7. त्रिफला चूर्ण में मैथी के दानों का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाएं और प्रतिदिन प्रातः काल दो चम्मच चूर्ण गुनगुने जल के साथ सेवन करें। इसके साथ साथ क्या क्या खाएं और क्या क्या सावधानी बरतें –

(Diabetes) में क्या क्या खाएं –


a. आम के रस में जामुन का रस मिलाकर सेवन करें।
b. टमाटर का सेवन करें।
c. साग सब्जियों का अधिक सेवन करें।
d. करेले का सेवन करें।
e. सुबह मूली का सेवन करें ।
f. पालक का रस निकालकर उसमें डेढ़ गुणा गाजर का रस मिलाकर नित्य सेवन करें।

(Diabetes) में क्या क्या सावधानी बरतें –


a. मिठाई खट्टी चीजें जहर के समान समझें।
b. चावल भी मत खाएं।
c. केले का सेवन मत करें।
e. दिन के समय मत (सोएं)।

मधुमेह (Diabetes) से क्या क्या परेशानियां हो सकती हैं –


यदि मधुमेह (Diabetes) का सही प्रबंधन नहीं किया जाता है, तो यह कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। जो नीचे निम्नलिखित हैं।

a. हृदय रोग
b. स्ट्रोक
c. किडनी रोग
d. दृष्टि संबंधी समस्याएँ
e. नसों की क्षति
f. पैरों की समस्याएँ और भी आदि समस्याएँ हो सकती हैं।

मधुमेह Diabetes एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, लेकिन अच्छी जीवनशैली और उपचार के माध्यम से इसे रोका जा सकता है। सही जानकारी और जागरूकता के साथ, मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन जी सकते हैं। इसके लिए स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, समय पर दवाइयाँ लेना और रक्त शर्करा की निगरानी करना आवश्यक है। मधुमेह के प्रति जागरूकता बढ़ाने और जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाने से हम इस रोग को नियंत्रित कर सकते हैं और इससे जुड़ी जटिलताओं से बच सकते हैं।

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